Norat Mal Nama
11-Oct-2025
देवली मेंदीपावली की तिथि पर भ्रम खत्म : 20 या 21 अक्टूबर?
वरिष्ठ पं रामेश्वर शास्त्री ने किया स्पष्ट, 21 को होगा लक्ष्मी पूजन इस वर्ष दीपावली और लक्ष्मी पूजन की तिथि को लेकर लोगों के बीच बना हुआ है। कई लोग 20 अक्टूबर को दीपावली मान रहे थे, जबकि अधिकांश 21 अक्टूबर को शास्त्र सम्मत बता रहे थे।
इस भ्रम को दूर करने के लिए शहर के लोगों ने वरिष्ठ पं रामेश्वर शास्त्री (अमरवासी वाले पंडितजी) से मार्गदर्शन मांगा है।
इसे लेकर नगर पालिका उपाध्यक्ष सौरभ जिंदल, गंगागोरिया बालाजी मंदिर के पुजारी जितेंद्र जोशी, तेजेंद्र पारीक और नोरतमल नामा सहित कई लोग श्री दुर्गा ज्योतिष पं रामेश्वर शास्त्री से मिले।
पंडित रामेश्वर शास्त्री, जो बूंदीस्थ ज्योतिष धर्मशास्त्र परिषद धर्मसभा के महामंत्री हैं, उन्होंने स्पष्ट किया कि इस साल कार्तिक अमावस्या की तिथि 20 अक्टूबर को दोपहर 3:44 बजे से शुरू होकर अगले दिन 21 अक्टूबर को शाम 5:43 बजे तक रहेगी।
उन्होंने कहा कि हिंदू धर्म में उदया तिथि को प्राथमिकता दी गई है, लिहाजा अमावस्या 21 अक्टूबर को मान्य होगी।
उन्होंने श्लोक "प्रदोषसमये लक्ष्मी पूजियित्वा यथाक्रमम दीपवृक्षास्तथा कार्या शक्त्या देव गृहशे" का हवाला देते हुए बताया कि चूंकि 21 अक्टूबर को अमावस्या तिथि प्रदोष काल में रहेगी, ऐसे में दीपावली पूजन इसी दिन शुभ रहेगा। उन्होंने अंतिम निर्णय देते हुए कहा कि प्रदोष काल में अमावस्या की व्याप्ति या अव्याप्ति होने पर भी दीपावली दूसरे दिन ही (यानी 21 अक्टूबर को) मनाई जाएगी। इसी तरह पंडित जितेंद्र जोशी ने भी निर्णय सिंधु और कर्म सिंधु का उल्लेख करते हुए इस बात की पुष्टि की है कि दीपावली और लक्ष्मी पूजन 21 अक्टूबर को ही होगा। वरिष्ठ पं रामेश्वर शास्त्री के अनुसार, इस वर्ष दीपावली और लक्ष्मी पूजन 21 अक्टूबर को ही शास्त्र सम्मत और शुभ रहेगा।